-
719
छात्र -
625
छात्राएं -
36
कर्मचारीशैक्षिक: 35
गैर शैक्षिक: 1
परिकल्पना
- के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
उद्देश्य
- शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करने के लिए।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना और बच्चों में “भारतीयता” की भावना पैदा करना।

पी एम श्री केंद्रीय विद्यालय सी आर पी एफ बारकस, हैदराबाद
उत्पत्ति
केन्द्रीय विद्यालय सीआरपीएफ बारकस, हैदराबाद की स्थापना वर्ष 1978 में केन्द्रीय विद्यालय संगठन, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त निकाय, के अंतर्गत की गई थी।
विद्यालय के दृष्टिकोण के बारे में
केन्द्रीय विद्यालय संगठन उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
विद्यालय के उद्देश्य के बारे में
शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके केन्द्र सरकार के रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित अन्य स्थानांतरणीय कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए; उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने और स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में गति निर्धारित करने के लिए शिक्षा में प्रयोग और नवीनता को शुरू करने और बढ़ावा देने के लिए।
संदेश
श्री विकास गुप्ता, भा. प्र. से., आयुक्त
प्रिय विद्यार्थीगण, शिक्षकवृंद एवं अभिभावकगण,
केन्द्रीय विद्यालय संगठन के स्थापना दिवस–2025 पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।
केन्द्रीय विद्यालय संगठन की असाधारण यात्रा, जिसकी शुरुआत 1963 में मात्र 20 रेजिमेंटल स्कूलों से हुई थी, आज 1289 केन्द्रीय विद्यालयों की विशाल श्रृंखला में विकसित हो चुकी है, जो उत्कृष्ट शिक्षा की ज्योति से राष्ट्र को आलोकित कर रही है।
डॉ डी मन्जुनाथ
उप आयुक्त
केंद्रीय विद्यालय संगठन उत्कृष्टता ,रचनात्मकता और सीखने के विशिष्ट केंद्र के रूप में जाना जाता है जो भविष्य के नागरिकों के सामंजस्यपूर्ण और सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ शिक्षा के इस मंदिर में अनवरत चलने वाली विविध गतिविधियों को न केवल प्रतिबिंबित करता है अपितु उन्हें अपनी उपलब्धियां को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है । नवाचार और रचनात्मकता 21वीं सदी की संपत्ति है” |इस विचारधारा और अदम्य इच्छा शक्ति के साथ केंद्रीय विद्यालय संगठन देश की शिक्षा प्रणाली को उत्कृष्टता के शिखर पर ले जाने के लक्ष्य की ओर लगातार अग्रसर है ।केंद्रीय विद्यालय संगठन गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने ,छात्रों का समग्र विकास सुनिश्चित करने ,मित्रता एवं मैत्रीपूर्ण प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाने एवं उन्नत तकनीक के साथ प्रतिभा उत्पन्न करने का एक ऐसा मंच प्रदान करता है जिससे हमारे छात्र आधुनिक दुनिया के अग्रणी नेतृत्वकर्ता बन सके । “अंधकार को दूर कर प्रकाश जो फैला दे। बुझी हुई आशाओं में विश्वास जो जगा दे। जब लगे ना मुमकिन कोई चीज उसे, मुमकिन बनाने की राह जो दिखा दे। अज्ञानी के मन में जो ज्ञान के दीप जला दे।” वही है शिक्षा, वही है शिक्षा, वही है शिक्षा।विद्यालयी शिक्षा के क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय संगठन, हैदराबाद संभाग अपनी गौरवपूर्ण उपस्थिति कई दशको से दर्ज कर रहा है। हमारा मुख्य उद्देश्य शिक्षा को न केवल स्कूल की दीवारों एवं स्कूल परिसर तक सीमित रखना है बल्कि इसके द्वारा समग्र रूप से छात्रों के दृष्टिकोण में परिवर्तन लाकर उनको वैज्ञानिक सोच और रचनात्मक कल्पना रखने वाले श्रेष्ठ नागरिक के रूप में विकसित करना है। केंद्रीय विद्यालयों की बहु-सांस्कृतिक और भाषाई विविधिता , जहाँ बच्चे विविध पृष्ठभूमि से आते है , उनके बौद्धिक आयाम को व्यापक स्वरूप प्रदान करता है | यह उन्हें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता के प्रति संवेदनशील बनाता है| केंद्रीय विद्यालय संगठन , हैदराबाद संभाग छात्रों की शैक्षणिक और पाठ्य सहगामी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और उनके उज्जवल भविष्य के लिए सदैव तत्पर है ।हमारा लक्ष्य 21वीं सदी की जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक मूल्यों और जीवन कौशलों को विकसित करना है । आत्म संवर्धन और उन्नति की इस यात्रा में विद्यार्थियों के सुदृढ़ एवं उज्जवल भविष्य सृजन के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में शिक्षकवृंद , कर्मचारी सदस्य और अभिभावकगण महती भूमिका का निर्वाहन करते हैं । निवर्तयत्यन्यजनं प्रमादतः स्वयं च निष्पापपथे प्रवर्तते । गुणाति तत्त्वं हितमिच्छुरंगिनाम् शिवार्थिनां यः स गुरु र्निगद्यते ॥ संस्कृत का यह श्लोक हम सभी के जीवन में गुरु के महत्त्व को परिभाषित करता है I नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों को प्राप्त करने में शिक्षकों की निर्णायक भूमिका है ।छात्र अपने गुरुओं के स्नेहपूर्ण देखभाल और मार्गदर्शन में फलते फूलते हैं जो उन्हें जीवन में वास्तविक चुनौतियों का सामना करने एवं उनका हल ढूंढने में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं । हम अपने छात्रों को समाज और राष्ट्र की सेवा करने के लिए सुसज्जित और प्रशिक्षित करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ने के लिए दृढ़ संकल्पित है । सभी विद्यार्थियों शिक्षकवृंद एवं अभिभावक गण को हृदय की गहराइयों से उज्जवल भविष्य के लिए अनंत शुभकामनाएं ।
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श्री जी पी डी क्रिस्टी
प्राचार्य
केवी सीआरपीएफ बारकस के प्रिंसिपल के रूप में, हमारी स्कूल वेबसाइट पर आपका स्वागत है। हमारी वेबसाइट उन अनुभवों का खजाना दिखाती है जो हम बच्चों को प्रदान करते हैं और उन्हें उनके शानदार काम के लिए व्यापक दर्शक देते हैं। हम आशा करते हैं कि आप अपनी यात्रा का आनंद लेंगे और नियमित रूप से हमारी ताज़ा खबरों की जांच करेंगे।
और पढ़ेंअद्यतनीकरण
- जन सूचना- केंद्रीय विद्यालय संगठन तथा नवोदय विद्यालय समिति में विभिन्न शैक्षणिक तथा अशैक्षणिक पदों की भर्ती
- श्री विकास गुप्ता (आईएएस) के केन्द्रीय विद्यालय संगठन के आयुक्त के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के संदर्भ में
- श्री विकास गुप्ता (आईएएस) के केन्द्रीय विद्यालय संगठन के आयुक्त के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के संदर्भ में
- श्री समाज बसंतराव जोगलेकर, उपायुक्त, रांची संभाग में कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में कार्यालय आदेश।
- श्री समाज बसंतराव जोगलेकर, उपायुक्त, रांची संभाग में कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में कार्यालय आदेश।
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17/09/2025
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बाजार में आगामी परियोजनाओं में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए कौशिक को जर्मनी के म्यूनिख में बीएमडब्ल्यू के 100 साल के जश्न में आमंत्रित किया गया था।
सभी देखेंश्रेष्ठ विद्यालय टॉपर्स
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा दसवीं और बारहवीं कक्षा
10वीं कक्षा
12वीं कक्षा
विद्यालय परिणाम
वर्ष 2024-25
परीक्षा में शामिल 102 उत्तीर्ण 102
वर्ष 2023-24
परीक्षा में शामिल 97 उत्तीर्ण 97
वर्ष 2022-23
परीक्षा में शामिल 105 उत्तीर्ण 105
वर्ष 2021-22
परीक्षा में शामिल 115 उत्तीर्ण 115
वर्ष 2024-25
परीक्षा में शामिल 31 उत्तीर्ण 31
वर्ष 2023-24
परीक्षा में शामिल 40 उत्तीर्ण 40
वर्ष 2022-23
परीक्षा में शामिल 38 उत्तीर्ण 38
वर्ष 2021-22
परीक्षा में शामिल 34 उत्तीर्ण 34